Friday, October 19, 2012

लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।

चहक रहा हूँ मुस्कुरा रहा हूँ
लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।

खुद का पकाया अब तक खा रहा था,
माँ के हाथ का खाने जा रहा हूँ।
चहक रहा हूँ मुस्कुरा रहा हूँ
लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।

जिन दोस्तों में जान है मेरी
जान उनकी निकालने जा रहा हूँ
चहक रहा हूँ मुस्कुरा रहा हूँ
लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।

उम्मीद तोहफे की वह कर रहे हैं
मैं तोहफ़ा-ए-झप्पी ला रहा हूँ
चहक रहा हूँ मुस्कुरा रहा हूँ
लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।

क्रिसमस की चकाचौंध तो बहोत है देखी
रौनक-ए-दीवाली देखने जा रहा हूँ
चहक रहा हूँ मुस्कुरा रहा हूँ
लगता है भारत देश जा रहा हूँ।।
 
 - आल कॉपी राईट रेसेर्वे - भरत मदान



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